जानें, कौनसे है कृषि से जुड़े ये पांच काम जिनसे बढ़ सकती है किसानों की आय
देश की अर्थव्यवस्था में खेती-किसानी का एक महत्वपूर्ण योगदान है। किसानों की आय में बृद्धि करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा कई प्रयास किये जा रहें है। इन योजनाओं के अंतर्गत किसानों को सब्सिडी पर कृषि यन्त्र खरीदने, एवं आर्थिक लाभ प्रदान करने जैसे कई योजनायें संचालित है। इन्हीं योजनाओं में से एक प्रमुख योजना है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना। किसान इन योजनाओं के लाभ उठाने के साथ खेती से जुड़े ऐसे काम भी कर सकते हैं जिससे वह महीने के लाखों कमा सकते हैं। यहाँ हम आपको कृषि से जुड़े ऐसे पांच कामों के बारे में जानकारी प्रदान कर रहें हैं, जिससे किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं।
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कृषि से जुड़े ये पांच काम जो बढ़ाएंगे किसानों की इनकम
खेती-किसानी से जुड़े ऐसे कई काम हैं जिन्हें करके किसान अपनी आय को डबल कर सकते हैं। ये प्रमुख काम निम्नप्रकार हैं:-
- मौसमी सब्जियाँ उगाकर
- खेत में सोलर पैनल लगाकर
- पशुपालन या डेयरी का काम करके
- खेतों की बाउंड्री पर ख़ास पेड़ों की खेती करके
- ख़ास तरह के फूलों की खेती करके
आइये अब इन पांच कामों के बारे में विस्तारपूर्वक जानने की कोशिश करते हैं।
मौसमी सब्जियां उगाकर (Growing Seasonal Vegetables)
भारत देश में अधिकतर किसान लघु एवं सीमान्त वर्ग से आते हैं, जो परंपरागत खेती को प्राथमिकता देते हैं। किसान भाई परंपरागत खेती के साथ मौसमी सब्जियों को उगाकर अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। किसान ऐसी मौसमी सब्जियों को उगायें जिनकी 12 महीने बाज़ार में मांग बनी रहती है। उन मौसमी सब्जियों में आलू, प्याज, टमाटर, हरा धनिया, मिर्च, अदरक, एवं पत्तेदार हरी सब्जियों प्रमुख है।
खेत में सोलर पैनल लगाकर (Solar Panel)
डीजल एवं पेट्रोल से चलने वाले पम्पों पर निर्भरता कम करने एवं सौर ऊर्जा से चलने वाली कृषि संयंत्रों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने कुसुम योजना की शुरुआत की है। कुसुम योजना के अंतर्गत कोई भी किसान अपने खेतों को सोलर पैनल लगवा सकते हैं। सोलर पैनल को स्थापित करने में किसान को कुल लागत का सिर्फ 10 प्रतिशत ही वहन करना होगा. बाकी के 90 फ़ीसदी का वहन केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। अपने खेतों में सोलर पैनल लगवाकर किसानों को डबल फायदा होगा। एक तो किसानों को 24 घंटे खेतों की सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली मिलेगी, दूसरा किसान अतिरिक्त बिजली का उत्पादन कर वह बिजली डिस्कोम को बेचकर आय अर्जित कर सकते हैं। इसके अलावा अनुपयोगी जमीन को सोलर पैनल लगवाने के लिए सरकार को लीज पर देकर आय अर्जित कर सकते हैं।
पशुपालन एवं डेयरी Animal Husbandry or Dairy)
कृषि कार्य के साथ-साथ किसान पशुपालन का काम करके भी अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं। किसान गाय, भेंस आदि दुधारू पशुओं का पालन कर सकते हैं। पशुपालन का कार्य छोटे स्तर पर शुरू किया जा सकता है। सरकार भी गाय, भेंस खरीदने एवं डेयरी खोलने के लिए सब्सिडी पर लोन प्रदान करती है। नाबार्ड की योजना के अंतर्गत डेयरी खोलने के लिए सामान्य वर्ग के किसानों को 25 प्रतिशत और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं महिलाओं किसानों को 33 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। किसान इस कार्य के लिए बैंक से लोन भी ले सकते हैं।
खेतों की बाउंड्री पर ख़ास पेड़ों की खेती करके (Cultivation of Special Trees on the Boundary)
किसान भाई खेती कार्य के साथ-साथ अपने खेतों की बाउंड्री पर ख़ास पेड़ों की खेती करके अपनी आय में इजाफा कर सकते हैं। किसान फलदार पेड़ों जैसे अमरुद, आम, संतरा, अनार आदि की खेती कर सकते हैं, इसके अलावा शीशम, सांगवान, बांस, खजूर, सफेदा आदि पेड़ों को भी अपने खेतों की बाउंड्री पर लगा सकते हैं। शीशम, सांगवान एवं बांस की लकड़ी से फर्नीचर एवं अन्य वस्तुएं बनायी जाती है। बाज़ार में इन पेड़ों की लकड़ियों के भाव अच्छे मिलते हैं। इन्हें किसान बाज़ार में अच्छे दामों में बेचकर अच्छा मुनाफा अर्जित कर सकते हैं।
खास तरह के फूलों की खेती करके (Flower farming)
किसान फूलों की खेती करके भी अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। फूलों का इस्तेमाल इत्र, अगरबत्ती बनाने एवं कई प्रकार की सुगन्धित सामग्रियों को बनाने में किया जाता है। किसान भाई खेती किसानी के साथ गेंदा, गुलमोहर, सदाबहार, गुलाब, मोगरा, रजनीगंधा एवं कई प्रकार के अन्य फूलों की खेती करके अच्छा-ख़ासा मुनाफा कमा सकते हैं।